MSP support price : किसानों से समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी के शासन ने किसानों से मानक गुणवत्ता वाले गेहूं की ही खरीदी का ऐलान किया है। विभाग ने कहा है कि फेयर एवरेज क्वालिटी यानी (एफएक्यू) गेहूं की ही समर्थन मूल्य 2125 रुपये प्रति क्विंटल के दाम पर खरीदी होगी। मौसम की ताजा मार के बाद तो 70 प्रतिशत गेहूं क्वालिटी के इस पैमाने पर खरा नहीं उतरेगा। किसानो ने मंडी में बिकने वाले गेहूं पर बोनस देने की मांग रख दी है।
संघ बोला ज्यादातर होंगे बाहर
भारतीय किसानो ने कहा कि एफएक्यू के पैमानों पर खरीद हुई तो 70 प्रतिशत किसानों का गेहूं बाहर हो जाएगा। एफएक्यू गेहूं उसे माना जाता है जिसमें सही रंग चमक हो, नमी की मात्रा कम हो और मिट्टी-कचरे का अंश भी नाममात्र का हो साथ ही
दाने भी भरे हुए हों। ताजा दौर में जो पकी फसल पर बरसात-ओलो की मार पड़ी है उससे गेहूं का रंग और चमक
Read more : MP Mandi Rate 28 March 2023 : जानिए उदयपुर और पीपलियामंडी के गेहूं, चना, प्याज, लहसुन, मूंग, बाजरा, धान का रेट
तो फीकी पड़ना तय है। साथ ही ओलावृष्टि से खेतों में बिछ चुके गेहूं की कटाई होगी तो मिट्टी की मात्रा भी ज्यादा आएगी। नमी भी
ज्यादा होगी। ऐसे में किसान सरकारी खरीदी में गेहूं नहीं बेच सकेगा।
कल से होगी खरीदी प्रारम्भ
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में समर्थन मूल्य पर 25 मार्च से शुरू होने वाली खरीदी अब 28 मार्च से प्रारंभ होगी. यह खरीदी उज्जैन (Ujjain) और इंदौर (Indore) संभाग में शुरू होगी. वहीं मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम, जबलपुर, रीवा, शहडोल, सागर, ग्वालियर, भोपाल और चंबल संभाग के जिलों में उपार्जन का काम 4 अप्रैल से शुरू होगा. इसके लिए प्रदेश में 4 हजार 663 केंद्र बनाए गए हैं. इसके अलावा गोदाम स्तर पर भी खरीदी की जाएगी. वहीं भोपाल संभाग के जिलों में 4 अप्रैल से 16 मई तक गेहूं की खरीदी की जायेगी. मध्य प्रदेश सरकार 28 मार्च से गेहूं उपार्जन प्रारंभ करने जा रही है. इस साल गेहूं का समर्थन मूल्य 2015 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है, जो पिछले साल से 40 रुपये प्रति क्विंटल अधिक है. प्रदेश सरकार 28 मार्च से गेहूं उपार्जन प्रारंभ करने जा रही है.
भुगतान के लिए होगा बायोमेट्रिक
खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री बिसाहूलाल सिंह और सहकारिता मंत्री डॉ. अरविंद भदौरिया के अनुसार खरीदी में कोई गड़बड़ी न हो, इसके लिए बायोमेट्रिक सत्यापन की व्यवस्था लागू की गई है. किसान को भुगतान बायोमेट्रिक सत्यापन के बाद ही होगा. समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने के लिए इस बार 19 लाख किसानों ने पंजीयन कराया है, जो पिछले साल का 80 फीसदी है. इसी तरह पंजीयन का रकबा 42 लाख हेक्टर है और पिछले साल का 84% है. बाजार में अभी गेहूं की कीमत समर्थन मुल्य से अधिक है.