सद्भावना यात्रा के साथ शिव कथा सत्संग समारोह का आयोजन

गुना से अरविंद गौड़ की रिपोर्ट
गुना । मानव उत्थान सेवा समिति द्वारा आयोजित महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर दो दिवसीय शिव कथा सत्संग समारोह चंद्रिका नगर नानाखेड़ी मैं हरिद्वार से पधारी सदगुरुदेव श्री सतपाल जी महाराज की शिष्या महात्मा अंबालिका वाई जी ने सत्संग विचार रखते हुए बताया भगवान शंकर जी जिस योग में आनंद मग्न रहते हैं जिस अविनाशी नाम का सुमिरण करते हैं जिसके प्रभाव के कारण जहर अमृत हो गया उसी अमर ज्ञान पावन राम नाम का रहस्य माता पार्वती भगवान शंकर से पूछती है जो भगवान के सहस्त्र नामों से बड़ा है भगवान ने अमरनाथ की गुफा में माता पार्वती को उसका ज्ञान कराते हैं और माता पार्वती भी भगवान शंकर के साथ ध्यान भजन करने लगी सहस्त्र नाम सम सुन शिव वाणी जपहि जेहि पिय संग भवानी हम भी उस अविनाशी नाम को जाने समय के सद्गुरु आत्मज्ञानी संत उसका ज्ञान कराते हैं जिससे हमारा कल्याण होगा महात्मा दयावती वाई जी ने बताया भगवान शंकर की कृपा से ही हमें संत समागम में आने का लाभ प्राप्त होता है जब हमारा विवेक जागता है महात्मा सुनिधि वाई जी ने बताया सत्संग ही सबसे उत्तम तीर्थ है इसमें स्नान करने से ईश्वर की प्राप्ति एवं पापों का नाश होता है समिति द्वारा गुना शहर में सद्भावना यात्रा वाहन रैली निकाली गई जिसका संदेश समाज में सद्भावना हो आपसी भाईचारा बड़े यात्रा मानव धर्म मंदिर से प्रारंभ होकर कथा प्रांगण में समापन हुई जगह-जगह लोगों ने पुष्प वर्षा कर यात्रा का स्वागत किया एवं माल्यार्पण कर संतों का स्वागत किया ।