कलेक्टर ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम की समीक्षा की ऑनलाइन डाटा एंट्री करने में लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों का वेतन रोका गया

0 minutes, 2 seconds Read
Spread the love

02 मार्च 2023/ कलेक्टर श्री नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी की अध्यक्षता में न्यू कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिला स्वास्थ समिति की बैठक आयोजित की गई। गुरुवार को आयोजित बैठक के दौरान जिले के राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम, राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम, राष्ट्रीय परिवार नियोजन कार्यक्रम, राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम जननी सुरक्षा योजना, मुख्यमंत्री श्रमिक सेवा प्रसूति सहायता योजना, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रम, मातृ मृत्यु, शिशु मृत्यु मामलों की समीक्षा,  गैर संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम, मीजल्स एवं टीकाकरण से बचाव संबंधित बीमारियों की निगरानी कार्यक्रम, एकीकृत रोग निगरानी परियोजना, दस्तक अभियान, गर्भवती माताओं को ब्लड ट्रांसफ्यूजन करने संबंधी कार्यक्रम आदि की समीक्षा की ग

 

कलेक्टर श्री सूर्यवंशी ने सभी अधिकारियों, कर्मचारियों को निर्देशित किया कि कार्यक्रमों की मॉनिटरिंग, सुपर विजन और फॉलोअप की दिशा में गंभीरता और संवेदनापूर्वक कार्य किया जाए। राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों के संबंध में समस्त कार्यक्रमों की पोर्टल आधारित डाटा एंट्री 9 मार्च की अवधि में शत-प्रतिशत पूर्ण कर ली जाए। कार्य में लापरवाही करने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों को कारण बताओ सूचना पत्र कलेक्टर के हस्ताक्षर से जारी किए जाएं। साथ ही दोषी अधिकारियों, कर्मचारियों को कलेक्टर के समक्ष स्वयं उपस्थित होकर पक्ष रखना पडेगा

 

कलेक्टर श्री सूर्यवंशी ने एसएनसीयू में होने वाले मृत्यु के आंकड़ों पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए निर्देशित किया कि आशा कार्यकर्ता और एएनएम द्वारा गर्भावस्था के समय ही गर्भवती माताओं को समस्त प्रकार की गुणवत्तापूर्वक सेवाएं प्रदान की जाए तथा प्रतिमाह प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस के अवसर पर शत-प्रतिशत गर्भवती माताओं की चिकित्सीय जांच कराना सुनिश्चित की जाए ताकि मातृ मृत्यु और शिशु मृत्यु के मामलों में तेजी से कमी लाई जा सके

उन्होंने गर्भावस्था के दौरान रक्ताल्पता माताओं को ब्लड ट्रांसफ्यूजन कराने एवं सभी आवश्यक चिकित्सा देखभाल आशा द्वारा गृह भेंट आधारित देखभाल किए जाने के निर्देश दिए। आयुष्मान भारत अंतर्गत शत-प्रतिशत पात्र हितग्राहियों के कार्ड बनाया जाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। कलेक्टर ने जिले के सभी विकासखंडों में स्वास्थ्य कार्यक्रमों की ऑनलाइन प्रविष्टि के लिए ब्लॉकवार नोडल अधिकारी नामांकित करने और कार्य पूर्ण कराने की बात कही। उन्होंने स्पष्ट किया कि मार्च माह के दौरान कोई भी अधिकारी, कर्मचारी अवकाश पर जाने से पूर्व कलेक्टर से अवकाश स्वीकृत कराना सुनिश्चित करेंगे। गैरसंचारी रोगों के मामले में जिले के मध्यप्रदेश में दूसरे स्थान पर होने के आधार पर प्रसन्नता व्यक्त की गई। उन्होंने जिले में सभी प्रसव केंद्रों पर डिलीवरी अपडेशन कर कार्य में प्रगति लाने के निर्देश दिए।

 

कलेक्टर ने बैठक में निर्देश दिए कि जिला स्वास्थ्य विभाग के अन्तर्गत अस्पतालों की लेबोरेटरीज में ब्लड जांच करने वाले पैथालाजिस्ट की कार्यप्रणाली का आब्जर्वेशन किया जाएगा। रेण्डमली जांच रिपोर्ट सिलेक्ट की जाकर उसका सत्यापन मेडिकल काले ज या जिला चिकित्सालय में कराया जाएगा, ताकि पैथालाजिस्ट किसी भी ब्लड सेम्पल के सम्बन्ध में किसी भी प्रकार की गलत रिपोर्ट नहीं देवें

 

बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रभाकर ननावरे, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जीआर गौड़, डीपीएम डॉ. अजहर अली, जिला एमएंडई अधिकारी श्री आशीष कुमावत, डीसीएम श्री कमलेश मुवेल, एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ. गौरव बोरीवाल, सिविल सर्जन डॉ. आनंद चंदेलकर, डॉ. रविंद्र कुमार पाल, डॉ. आर.सी. डामोर, डॉ. नावेद कुरैशी, श्री सचिन वर्मा, महिला रोग विशेषज्ञ, श्री जयसिंह सिसोदिया तथा जिले के विभिन्न विकासखंडों के बीएमओ, बीपीएम, बीसीएम, बीईई आदि उपस्थित र

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *