संत श्री आसारामजी बापू आश्रम पंचेड़ व युवा सेवा संघ रतलाम द्वारा सर्किल जेल रतलाम में हुआ विशेष आयोजन।

बंदियों के हितार्थ उनकी मंगल कामना का पावन उद्देश्य लेकर संत श्री आसारामजी बापू आश्रम पंचेड़ तथा श्री युवा सेवा संघ रतलाम के संयुक्त तत्वाधान में सर्किल जेल रतलाम में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया । जिसमें बंदी भाइयों के समक्ष अपने उद्बोधन में पंचेड आश्रम संचालक श्री प्रवीण भाई ने कहा कि कोई भी व्यक्ति जानबूझकर अपराध नहीं करता अधिकांशतः छोटी मोटी बात पर ही व्यक्ति क्षणिक क्रोधावेश में आकर गलती कर बैठता है ,फिर पश्चाताप करता है ।कर्म की गति गहन है ,कई बार प्रारब्ध बस भी अपराध हो जाते हैं। किंतु हमें हिम्मत नहीं हारनी चाहिए अपितु सभी को ईश्वर व सदगुरु का आश्रय लेकर भव बंधन से मुक्त होने काभी प्रयास करना चाहिए । इस अवसर पर जिला जेल के जेलर श्रीमान बृजेश जी मकवाने ने अपने प्रेरणादाई उद्बोधन में बंदियों को संबोधित करते हुए कहा कि अपने भविष्य के लिए तथा समाज की मुख्यधारा में अपनी सक्रिय भूमिका निभाने के हेतु सभी को सद विचारों व सदाचरण को अपनाना चाहिए तथा धर्म आचार्यों व संतों के विचारों एवं जीवनआचरण से प्रेरणा अवश्य लेनी चाहिए। बंदी जनों की मानसिक शांति एवं अवसाद से दूर रहें इस हेतु हास्य प्रयोग ,भजन एवं कीर्तन कराए गए,जिसमें बड़ी संख्या में बंदी जन शामिल हुए और भक्ति में लीन हो गए। सभी को सत साहित्य का वितरण किया गया। जेलर साहब श्री मकवाने, ने बताया कि युवा सेवा संघ द्वारा गीता ज्ञान प्रतियोगिता का आयोजन बंदी जनों हेतु किया जाएगा ।इस हेतु उन्हें श्रीमद्भागवत गीता की पुस्तक एवं तुलसी रहस्य पुस्तिका संघ द्वारा उपलब्ध करा दी जावेगी।
कार्यक्रम में श्री राम हरि भाई समिति अध्यक्ष श्री पी .पी. बाथव, युवा सेवा संघ अध्यक्ष श्री रुपेश सालवी ,श्री राकेश परिहार, प्रकाश पालीवाल शंकर भाई राठौड़ आदि उपस्थित रहे कार्यक्रम का संचालन श्री रविंद्र सिंह जादौन तथा आभार प्रदर्शन श्री महावीर भाई ने किया।